Thursday, December 25, 2014

polio, paralysis, sciatica, elephant leg, backache, vericose veins ....

निर्गुण्डी (vitex negundo)  ;  पोलियो या paralysis होने पर इसके पत्तों का काढ़ा पीयें ।  Sciatica की समस्या हो तो निर्गुन्डी का तेल मलें . तेल बनाने के लिए इसके पत्तों का एक किलो रस लें , या इसके सूखे पत्तों के पावडर को 4 किलो पानी में उबालें ।  जब रह जाए एक किलो तो आधा किलो सरसों का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकाएं ।  केवल तेल बचने पर छान लें ।  इस तेल से polio  और paralysis में भी लाभ होता है ।  Elephant leg की बीमारी में इसके पत्तों के रस में तेल मिलाकर 15-20 दिन पैरों की मालिश करें ।  अवश्य लाभ होगा ।   

तुम्बरू (toothache tree) ;    sciatica की समस्या हो तो इसकी पत्तियों के साथ सूखी जड़ 5 ग्राम मिलाकर 400 ग्राम पानी में काढ़ा बनाकर पीयें । अगर ताज़ी जड़ हो तो 10 ग्राम लेनी चाहिए ।  अगर सूजन हो गई है तो इसकी पत्तियां उबालकर सिकाई करें । 

महानिम्ब , बकायन (bead tree);   Sciatica की समस्या होने पर इसकी जड़ की छाल 10 ग्राम +5-7 निर्गुन्डी के पत्ते का काढ़ा बनाकर सवेरे शाम लें । 

भृंगराज   ;    हाथी पाँव हो गया हो तो इसके पत्ते पीसकर सरसों का तेल मिलाकर लगायें  और इसके पंचांग का काढ़ा पीयें । 

मेथी (fenugreek)  ;   sciatica  में हल्दी , मेथी और सौंठ को बराबर मात्रा में मिलाकर एक -एक चम्मच सवेरे शाम ले लें ।  

घृतकुमारी (aloe vera )   ;  कमर दर्द , slip disc या sciatica की परेशानी हो तो इसका गूदा आटे में गूंधकर रोटी  खाएँ  । 

अपराजिता  ;   Elephant Leg हो गया हो तो इसकी जड़ और बीज का पावडर 1-1 चम्मच गर्म पानी से लें । 

विधारा  ;   Varicose veins की बीमारी भी इससे ठीक होती है । 

हरसिंगार ; Sciatica की बीमारी का तो इलाज ही यह पेड़ है |  इसके दो तीन बड़े पत्तों का काढ़ा सवेरे शाम खाली पेट पीयें|   

अश्वगंधा  ;  अगर इसे हल्दी और मेथी (बीज ) के साथ मिलाकर लिया जाए; एक एक चम्मच सवेरे शाम ,  तो sciatica की बीमारी भी खत्म होती है।  

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