Saturday, December 27, 2014

hair problems

सरसों  ;  इसके तेल के इस्तेमाल से बाल झड़ने बंद हो जाते हैं।

बहेड़ा ( bellaric myrobalan)  ;  इसके फल की गिरी की बारीक पेस्ट बनाकर बालों में लगाई जाए तो बाल मजबूत होते हैं और उनमें कोई रोग भी नहीं होते ।    

दूधी,दूधिया घास (milk hedge) ;   बाल झड़ते हों तो दूधी के रस के साथ कनेर के पत्तों का रस मलकर बालों की जड़ में लगायें ।  अकेला दूधी का रस भी लगा सकते हैं ।  

महानिम्ब , बकायन (bead tree)  ;   dandruff हो तो इसकी पत्तियों का रस बालों की जड़ में लगायें । बालों को स्वस्थ रखना हो तो बकायन के फल +सौंठ +आंवला +भृंगराज बराबर मात्रा में मिलाकर एक -एक चम्मच सवेरे शाम लें ।  

तेजपत्ता (bay leaves)  ;  सिर में जूएँ हो गयी हों तो 50 ग्राम पत्तों को 400 ग्राम पानी में उबालें |  जब 100 ग्राम रह जाए तो सिर की जड़ों में लगा लें |  एक दो घटे बाद धो दें . इसमें उबलने से पहले भृंगराज मिला लें तो और भी अच्छा है |  

भृंगराज   ;   इस पौधे को आम भाषा में भांगरा या भंगरैया भी कहा जाता है ।  संस्कृत भाषा में इसे केशराज या केशरंजन कहते हैं । 
                                    बालों को घने , काले और सुंदर बनाना है तो आंवला ,शिकाकाई ,रीठा और भृंगराज के पावडर में पानी मिलाकर लोहे की कढ़ाई में गर्म करते हुए पेस्ट बनाएँ ।  इसे सिर पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें ।  फिर सिर धो लें ।  इसके पत्तों का रस निकालकर बराबर का तेल लें और धीमी आंच पर रखें . जब केवल तेल रह जाए,  तो बन जाता है ; भृंगराज केश तेल !  अगर धीमी आंच पर रखने से पहले आंवले का रस मिला  लिया जाए तो और भी अच्छा तेल बनेगा ।  बालों में रूसी हो या फिर बाल झड़ते हों, तो इसके पत्तों का रस 15-20 ग्राम लें +थोडा सुहागे की खील+दही मिलाकर बालों की जड़ में लगाकर एक घंटे के लिए छोड़ दें ।  बाद में धो लें ।  नियमित रूप से ऐसा करने पर बाल सुंदर घने और मजबूत हो जाते हैं ।  

तिल (sesame)  ;  बाल सुन्दर और मजबूत बनाने हों तो इसके पौधे की जड़ और पत्तियां उबालकर उस पानी को  बाल की जड़ में लगाकर धोएं ।  

गुड़हल , जबाकुसुम (shoe flower, china rose) ;  यह केशों के रोग दूर करता है . सिर में रूसी , गंजापन हो या फिर बाल झड़ते हों तो इसकी 10-15 पत्तियां और फूल लेकर कूट लें ।  इनको 100 ग्राम नारियल के तेल में धीमी आंच पर पकाएं । जब केवल तेल रह जाए तो शीशी में भरकर रख दें इसे रोज़ बालों में लगायें | इससे dandruff से छुटकारा मिलेगा और बाल झड़ने भी बन्द हो जाएंगे ।

तुलसी (holi basil)  ;  जुएँ हो गई हों तो इसकी पत्तियों के रस की मालिश बालों की जड़ों में करें ।  इससे जुएँ भी खत्म होंगी तथा बाल भी मजबूत होंगे ।  

सफ़ेद प्याज (white onion)  ;  बाल झड़ें और गंजापन हो तो प्याज का रस , दही , नींबू और सुहागे की खील ; ये सब मिलाकर सिर पर लगायें ।  कुछ देर के लिए छोड़ दें ।  फिर धो लें । इससे रूसी भी ठीक होती है । 

घृतकुमारी (aloe vera)  ;   बाल सफ़ेद हो रहे हैं तो इसका गूदा खाइए और साथ में सिर पर लेप कीजिये ;---   इसका गूदा + भृंगराज + दही +  मुल्तानी मिटटी  ।   बस फिर चमत्कार देखिये और प्रसन्न हो जाइए ।   गंजे भी इसके गूदे को सिर पर नियमित रूप से लगाएँ , तो निश्चित रूप से फायदा होगा ।  

आँवला  ;  बालों के लिए आंवला, शिकाकाई रीठा और भृंगराज मिलाकर , लोहे की कढ़ाई में पकाकर बालों में लेप करें ।  कुछ घंटे बाद धो दें ।  इससे  बाल बहुत अच्छे हो जाते हैं ।  इसके बीज की गिरी को पीस कर बालों की जड़ों में लगाया जाए तो बाल मजबूत हो जाते हैं । नियमित रूप से आंवला लेने से बाल काले रहते हैं और झड़ने भी बंद हो जाते हैं।   

कंटकारी , कटैली (yellow berried nightshade )  ;  गंजेपन में या बालों में रूसी हो तब इसका रस बालों की जड़ों में लगाएँ ।  

मेंहदी (henna )  ;    मेंहदी बालों को रंगने के लिए ज्यादा प्रयोग में लाई जाती है । लोहे की काली कढ़ाई में मेंहदी+भृंगराज+आंवला +रतनजोत मिलाकर रात को भिगो दें ।  सवेरे इसमें थोडा Aloe Vera का गूदा अच्छे से मिला कर बालों में लगा कर छोड़ दें ।  कुछ घंटों बाद सिर धोएँ ।  बाल मज़बूत होंगे , अच्छा रंग चढ़ेगा।  अगर बिलकुल काले रंग के बाल करने हैं , तो नील के पत्ते भी पीसकर मिला दें । मेंहदी का तेल भी सिर के लिए बहुत अच्छा है ।  इसके लिए इसके 750 ग्राम पत्ते +250 ग्राम बीज +250 ग्राम इसकी छाल लेकर 4 किलो पानी में पकाएं । यह धीमी आंच पर पकाना है ।  जब एक चौथाई रह जाए , तो उसमें एक किलो सरसों का तेल मिला लें ।  फिर धीमी आंच पर पकाएं ।  जब केवल तेल रह जाए ; तो छानकर शीशी में भर लें ।  यह तेल बालों के लिए बहुत ही बढिया है । 

ब्राह्मी  ;   बाल सफेद होने पर इसका रस बालों की जड़ों में लगायें और ब्राह्मी और भृंगराज बराबर मात्रा में मिलाकर एक-एक चम्मच सवेरे शाम लें। 

रतनजोत (onosma)  ;    बालों को रंगना हो और आँखों की रोशनी बढानी हो तो ,मेंहदी की पेस्ट में रतन जोत को मिलाकर अच्छे से गर्म करें।  ठंडा होने पर बालों में लगायें व कुछ देर के लिए छोड़ दें।  इसके बाद पानी से सिर धो लें।  सिर में लगाने वाले तेल में अगर रतनजोत के कुछ टुकड़े ड़ाल दिए जाएँ तो तेल का रंग तो सुंदर हो ही जाता है ; इस तेल के प्रयोग से बाल स्वस्थ और काले हो जाते हैं।  साथ ही इस तेल से मस्तिष्क की ताकत भी बढ़ती है। 
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