Thursday, November 24, 2011

Lemon Grass

                                                                      Lemon grass के पत्तों को हाथों में रगडकर हाथों को सूंघें तो नीम्बू की सी सुगंध आती है . शायद इसीलिये इसका यह नाम पड़ा .
Lemon grass का तेल cosmetic द्रव्यों में प्रयोग होता है . इसको हाथों में मसलकर शरीर पर लगाने से या इसका तेल लगाने से मच्छर भी कम काटते हैं . जहाँ lemon grass के पौधे लगे हों वहां मच्छर आते ही नहीं हैं .
 कफ बलगम हों या पेट के रोग ;  अस्थमा हो या एलर्जी की समस्या ; सभी का इलाज है lemon grass .  इसके दो पत्ते लेकर अच्छी तरह रगडकर एक गिलास पानी में डालकर उबालें . फिर छानकर पीयें . बहुत भीनी भीनी सुगंध भी आएगी और रंग तो सुंदर लगेगा ही . चाहें तो इसमें थोड़ी सी चीनी मिला सकते हैं . इस चाय को बनाते समय इसमें  तुलसी के पत्ते भी ड़ाल दें तो सोने में सुहागा !
                      ऐसा माना जाता है कि यह cholesterol भी कम करती है . 
हल्का सा sedative effect होने के कारण मस्तिष्क को relax भी करती है . इसे बहुत छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को नहीं देना चाहिए . 
Kidney या लीवर के रोगियों को भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए .
                              नहाने के पानी में इसका तेल डालकर नहायें तो सारी थकान उतर जाती है और बहुत आराम मिलता है . तेल न मिले तो घास को थोडा रगडकर एक जालीदार पोटली में डालकर नहाने के पानी में ड़ाल दें . नहाने में बहुत आनन्द आएगा . अपने गमले में इसे आज ही लगाइए .

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