Wednesday, November 9, 2011

खेत का हर्बल कीटनाशक और खाद !

कृत्रिम खाद और कीटनाशक जहाँ खेतों को बंजर बना रहे हैं , वहीं कैंसर जैसी भयानक  बीमारियों का कारण भी बन रहें हैं . इन खाद और कीटनाशकों का प्रयोग करने में किसान की भी बहुत अधिक लागत बढ़ जाती है . लेकिन देसी तरीके से खाद और कीटनाशक प्रयोग करने से लागत तो कम होती ही है ; इसके अलावा स्वास्थ्य की भी सुरक्षा होती है .
 कीटनाशक -----------  5 किलो  नीम  या  भाँग  या आक या  धतूरे या अरंड  के पत्ते कूटकर  + एक  किलो  लहसुन + 3 किलो तीखी  हरी  मिर्च + 5 किलो  गोमूत्र (या भैंसमूत्र );  ये सभी मिलाकर कूटकर  दो बार उबाला दें . फिर ठंडा करके  120 लिटर पानी मिला दें . इसका खेत पर season में तीन चार बार  स्प्रे  कर दें . एक एकड़ खेत के लिए यह काफी है . और किसी कीटनाशक की जरूरत नहीं है .
खाद -------------------   5-7 किलो गोबर +5-7 लिटर पशुओं का मूत्र +2 किलो पुराना गुड+2 किलो चना या मसर या अरहर की दाल या मटर की दाल का पावडर  ; ये सब मिलाकर 48 घंटों के लिए रख दें . ये खाद तैयार हो जायेगी . इसे पानी में मिलाकर एक एकड़ में लगा सकते हैं .
नमी बनाये रखने के लिए ---  खेत में कम पानी लगाना पड़े , इसके लिए खेत की मिट्टी को  बेकार घास फूस या  अन्य खेत के कचरे से अच्छी तरह ढांप दें . इससे नमी भी बनी रहेगी और खेती के लिए लाभदायक कीट जैसे केंचुए ; भी मिट्टी में उत्पन्न होंगे . अधिक पानी खेत में नहीं खड़ा रहना चाहिए .
                                         एक गाय या एक भैंस से एक दिन में एक एकड़ की खाद या कीटनाशक बनाने का प्रावधान हो जाता है . इसलिए 30 एकड़ खेत के लिए एक ही पशु पर्याप्त है . 

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