इसके पत्तों को चाय में डालकर उबालकर पीयें तो पेट भी ठीक रहता है . Migraine या सिरदर्द हो तो इसके पत्ते पीसकर माथे पर लेप करें या 2-2 बूँद रस खाली पेट नाक में डालें . मुंह से दुर्गन्ध आती हो तो इसके पत्ते मुंह में चबाएं . मसूढ़ों में सूजन हो तो इसके पत्ते पानी में उबालकर नमक मिलाकर कुल्ले करें . खांसी और बलगम हो तो इसके पत्ते और अदरक का काढ़ा पीयें .
मांसपेशियों में दर्द हो तो मरुआ +अश्वगंधा +अदरक का काढ़ा पीयें . पेट दर्द हो तो इसकी चटनी खाएं , इसका काढ़ा पीयें या ऐसे ही चबाकर रस अंदर लेते रहें . इसके एक चम्मच बीज रात को भिगोकर सुबह मिश्री मिलाकर खाए जाएँ तो इससे शरीर में शक्ति तो आती ही है श्वेत प्रदर की बीमारी भी ठीक होती है .
No comments:
Post a Comment