Poly cystic ovary की समस्या बहुत सी महिलाओं को रहती है . नियमित रूप से periods न होना ; या फिर बहुत बहुत समय के बाद होना या अचानक ही रुक जाना . इसके लिए हर बार hormones लेने पड़ें तो वह भी ठीक नहीं रहता . इस समस्या के होने से मुटापा भी बढ़ सकता है .
इसका इलाज बिना दवाइयों के भी हो सकता है . हर रोज़ सवेरे शाम खाली पेट कपालभाति प्राणायाम किया जाए . धीरे धीरे इसका समय बढ़ाकर आधा आधा घंटा कर दिया जाए तो बहुत जल्दी यह समस्या ठीक हो जाती है . समय पर संतुलित आहार लें . Fast food से बचें . तनावमुक्त रहें .
जड़ी बूटियों में वृद्धिबाधिका वटी , कांचनार गुग्ग्लु या कांचनार क्वाथ का प्रयोग कर सकते हैं . अगर fibroids या cyst हैं तो इनके साथ शिलासिंदूर 2-4 ग्राम , प्रवालपिष्टी , अमृता सत , कामदुधा रस आदि का प्रयोग भी हो सकता है . दशमूलारिष्ट और अंजीर का नित्यप्रति सेवन से भी poly cystic ovary की समस्या में बहुत लाभ होता है .
सभी प्राणायाम भी इसके उपचार में सहायक होंगे . कपालभाति प्राणायाम तो अवश्य करना ही है .
इसका इलाज बिना दवाइयों के भी हो सकता है . हर रोज़ सवेरे शाम खाली पेट कपालभाति प्राणायाम किया जाए . धीरे धीरे इसका समय बढ़ाकर आधा आधा घंटा कर दिया जाए तो बहुत जल्दी यह समस्या ठीक हो जाती है . समय पर संतुलित आहार लें . Fast food से बचें . तनावमुक्त रहें .
जड़ी बूटियों में वृद्धिबाधिका वटी , कांचनार गुग्ग्लु या कांचनार क्वाथ का प्रयोग कर सकते हैं . अगर fibroids या cyst हैं तो इनके साथ शिलासिंदूर 2-4 ग्राम , प्रवालपिष्टी , अमृता सत , कामदुधा रस आदि का प्रयोग भी हो सकता है . दशमूलारिष्ट और अंजीर का नित्यप्रति सेवन से भी poly cystic ovary की समस्या में बहुत लाभ होता है .
सभी प्राणायाम भी इसके उपचार में सहायक होंगे . कपालभाति प्राणायाम तो अवश्य करना ही है .
No comments:
Post a Comment