मिर्गी की बीमारी का अंग्रेजी दवाइयों से कंट्रोल तो हो जाता है , लेकिन cure नहीं होता . इसके लिए अंग्रेजी दवाइयां लम्बे समय तक ली जाएँ तो memory कमजोर हो जाती है .
ऐसे रोगी सभी तरह के प्राणायाम करें . खास तौर पर अनुलोम-विलोम , भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायाम लगातार करते रहने से यह बीमारी ठीक हो जाती है . मेधावटी (इसमें ब्राह्मी , शंखपुष्पी , वचा , गाजवान, अश्वगंधा आदि होते हैं ) की एक एक गोली सवेरे शाम लेने से अद्भुत लाभ होता है और यह बीमारी पूरी तरह से cure हो जाती है . बड़े लोग दो दो गोली ले सकते हैं .
पीपल या बड़ की जटा या दाढी को उबालकर ले सकते हैं . मेधाक्वाथ का एक चम्मच का काढ़ा सवेरे शाम ले सकते हैं ( अगर मेधावटी न ले रहे हों ) . सारस्वतारिष्ट का प्रयोग कर सकते हैं . तीन से पांच बादाम (खाली पेट )पीसकर ले सकते हैं . अखरोट लेना भी लाभप्रद रहता है .
अंगूठे के top पर pressure से दबाते रहें . इसी तरह ring finger के top पर दबाना भी इस रोग से मुक्ति पाने में सहायक रहता है .
ऐसे रोगी सभी तरह के प्राणायाम करें . खास तौर पर अनुलोम-विलोम , भ्रामरी और उद्गीथ प्राणायाम लगातार करते रहने से यह बीमारी ठीक हो जाती है . मेधावटी (इसमें ब्राह्मी , शंखपुष्पी , वचा , गाजवान, अश्वगंधा आदि होते हैं ) की एक एक गोली सवेरे शाम लेने से अद्भुत लाभ होता है और यह बीमारी पूरी तरह से cure हो जाती है . बड़े लोग दो दो गोली ले सकते हैं .
पीपल या बड़ की जटा या दाढी को उबालकर ले सकते हैं . मेधाक्वाथ का एक चम्मच का काढ़ा सवेरे शाम ले सकते हैं ( अगर मेधावटी न ले रहे हों ) . सारस्वतारिष्ट का प्रयोग कर सकते हैं . तीन से पांच बादाम (खाली पेट )पीसकर ले सकते हैं . अखरोट लेना भी लाभप्रद रहता है .
अंगूठे के top पर pressure से दबाते रहें . इसी तरह ring finger के top पर दबाना भी इस रोग से मुक्ति पाने में सहायक रहता है .
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