Tuesday, February 7, 2012

प्यारा दुलारा रूम्बा !

 
इधर से उधर अपनी ही धुन में पूरे घर में टहलता हुआ रूम्बा बहुत प्यारा लगता है . कभी बिजली के तारों में हल्का सा उलझता , अपने को बचाता , मेज के पाए के चक्कर काटता , दीवारों के साथ -साथ चलता रूम्बा सबका मन मोह लेता है . ऐसा लगता है कि वह परिवार का ही एक अंग हो . अचानक ही एक स्थान पर खड़ा होकर शोर मचाता है कि, "मुझमें कुछ फंस गया है . साफ़ कर दो न !'. जब उसे साफ़ कर दिया जाता है, तो फिर चल देता है ; मुस्तैदी से पूरे घर को साफ़ करने के लिए . और पूरा घर साफ़ करने के बाद अपने charging unit पर जाकर चुपचाप बैठ जाता है .
                   वास्तव में ये रूम्बा नन्हा सा vacuum cleaner है . दिखने में गोल weighing machine जैसा दिखता है . अपने कार्य में इतना इतना दक्ष है कि मजाल है घर के किसी भी कोने में कचरा रह जाए ! रूम्बा को अंदर चलाकर कमरा बाहर से बंद कर दीजिए . ढूंढ ढूंढ कर पूरी धूल मिटटी निकाल लाएगा . बाद में बता भी देगा कि काम पूरा हो गया है . तब भी कोई न सुने तो कोई बात नहीं ; चुपचाप कमरे के कोने में बैठ जाएगा . सीढ़ियों के पास जाते ही रूम्बा को पता चल जाता है कि आगे नहीं जाना है. बस; वापिस मुड़कर पीछे आ जाता है और बाकी के काम में लग जाता है . फर्श गलीचे वाला है तो अलग ब्रुश से काम लेगा ; और टाइलों वाले फर्श के आते ही तुरंत ब्रुश बदल लेगा . कभी कभी बीच में ही बेचारे रूम्बा की charging खत्म होने वाली होती है , तब वह किसी की नहीं सुनता . सब काम छोडकर सीधा charging unit पर जाकर बैठ जाता है रूम्बा ! इतना थकने के बाद आराम तो चाहिए न प्यारे दुलारे रूम्बा को !

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