Wednesday, March 21, 2012

गंजापन और इन्द्र्लुप्त

सिर में गंजेपन की समस्या अनुवांशिक हो सकती है या फिर कुछ और कारण भी हो सकते हैं . इसको रोकने के लिए  सिर में सुगन्धित तेल या शैम्पू लगाना बन्द कर देना चाहिए . कैमिकल युक्त तेल भी बालों को नुक्सान पहुंचाते हैं .
                भृंगराज , शंख पुष्पी , ब्राह्मी , आंवला आदि विभिन्न जड़ी बूटियों से युक्त तेल घर में ही बनाये जा सकते हैं . बाज़ार से जड़ी बूटियों वाला तेल खरीदते समय निश्चित कर लें कि वह सुगन्धियुक्त न हो . बालों में तेल की हल्की मालिश सप्ताह में दो दिन अवश्य ही करनी चाहिए . चाहे रात को तेल लगाकर सवेरे धो लें .
                         अगर हृदय रोग नहीं है और उच्च रक्त चाप की बीमारी भी नहीं है , तो नियमित रूप से शीर्षासन और सर्वांग आसन करने से गंजापन रोका जा सकता है . ध्यान रखना चाहिए कि बड़ी उम्र में ये आसन किसी विशेषज्ञ के परामर्श से ही करें . लौकी का जूस और आंवले का रस प्रतिदिन लिया जाए तो बढ़ा हुआ पित्त शांत होता है और बाल झड़ने बंद हो जाते हैं . जिनको पित्त की समस्या नहीं है , वे भी काली मिर्च मिलाकर इस जूस को ले सकते हैं .
                     बहुत से लोगों ने गंजेपन को दूर करने के लिए एक उपाय अपनाया . 200 ग्राम नारियल का तेल लेकर उसमें ततैये के एक बड़े छत्ते को (छोटे छोटे हों तो तीन चार) डालकर पकाया . जब छत्ता काला पड़ने लगा तो उसे छानकर उसमें 200 ग्राम गूलर के पत्तों का रस को मिलाकर पकाया . जब केवल तेल रह गया तो इस तेल की सवेरे शाम सिर पर मालिश की . इससे सिर पर काफी हद तक बाल वापिस आ गये . Alopecia ( इन्द्र्लुप्त) की बीमारी में इस तेल में एक प्याज का रस मिलाकर ,  रात के समय , सोने से पहले सिर पर अच्छे से लगा लें और सवेरे सिर धो लें . इन उपायों से गंजेपन और इन्द्र्लुप्त की बीमारियों से काफी हद तक राहत मिलती है .
                      Alopecia के लिए एक उपाय और भी किया जा सकता है . कौड़ी को नीम्बू के रस में भिगो दें . कौड़ी नीम्बू के रस में गल जायेगी . इस लेप को रात को सोने से पहले सिर पर लगायें और सवेरे धो लें . इससे भी alopecia की बीमारी ठीक होती है .
                      नियम पूर्वक कपालभाति और अनुलोम विलोम प्राणायाम करने से भी लाभ होता है . आम्लिकी रसायन 200 ग्राम +सप्तामृत लौह 20 ग्राम +मुक्ताशुक्ति भस्म 10 ग्राम ;  इन तीनो को मिलाकर एक एक ग्राम की मात्रा में सवेरे शाम लें . चिंता और तनाव से बचें . प्रसन्न रहें . नाखूनों को  एक दो मिनट , पीछे से थोडा थोडा आपस में घिस लें.  





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