Wednesday, May 25, 2011

" मेरी लाडली "

तेरे हर कार्य में छिपी चतुराई 
मुझे मंत्रमुग्ध करती है 
तेरी आत्मीय सरलता 
मुझे आह्लादित करती है 
मझसे कुछ जान पाने की इच्छा 
मुझे गौरवान्वित करती है 
तेरे अंतर्मन की शीतलता 
मुझे संतोष देती है 
तेरे मन में छिपी करुणा
मुझे प्रेरणा देती है 
तेरी ऊंचाई पाने की अभिलाषा 
मुझमे विश्वास जगाती है 
तेरा लाड दुलार
मुझे स्पंदित करता है 
तेरी वाणी की मधुरता 
मानसिक विश्राम देती है 
सबके दुःख हरने की चेष्टा 
मन को छू लेती है 
तेरी प्रशंसा सुन 
आनन्द पाती हूँ 
तेरी शुभेच्छा के 
गीत गाती हूँ        
  

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