Prostate glands के बढने की समस्या केवल पुरुषों को ही होती है . यह 40 - 50 वर्ष तक की उम्र में भी हो सकती है; और इससे अधिक उम्र में भी . इस ग्रन्थि का वजन लगभग 20 ग्राम तक होता है . लेकिन प्रोस्टेट ग्रन्थि के बढने पर इसका वजन 40 - 50 ग्राम तक, यहाँ तक कि, 100 ग्राम तक भी होते देखा गया है . यह खतरनाक हो सकता है . इस बीमारी में बार बार पेशाब जाना पड़ता है . एक बार में पूरा पेशाब नहीं होता . थोडा थोडा करके पेशाब आता है . इससे नींद पूरी नहीं होने पाती .
इसके उपचार के लिए कपालभाति प्राणायाम सर्वश्रेष्ठ है . इससे बहुत अधिक लाभ देखा गया है . Acupressure के लिए हथेली के बीचों बीच वाले point पर बार बार दबाने से भी फायदा होता है . चन्द्रप्रभा और गोक्षुरादी वटी लेने से लाभ होता है . विषतिन्दूक वटी की एक एक गोली भी ली जा सकती है ; अगर बार बार पेशाब आता हो .
सवेरे सवेरे लौकी का जूस +7 पत्ते तुलसी +5 काली मिर्च मिलाकर जूस पीने से अद्भुत फायदा होता है .
उम्र बढने पर पुरुषों को यह समस्या अवश्य ही आ सकती है . इसलिए बेहतर है, कि नियमित रूप से कपालभाति प्राणायाम करते रहें , और इस बीमारी से बचे रहें .
इसके उपचार के लिए कपालभाति प्राणायाम सर्वश्रेष्ठ है . इससे बहुत अधिक लाभ देखा गया है . Acupressure के लिए हथेली के बीचों बीच वाले point पर बार बार दबाने से भी फायदा होता है . चन्द्रप्रभा और गोक्षुरादी वटी लेने से लाभ होता है . विषतिन्दूक वटी की एक एक गोली भी ली जा सकती है ; अगर बार बार पेशाब आता हो .
सवेरे सवेरे लौकी का जूस +7 पत्ते तुलसी +5 काली मिर्च मिलाकर जूस पीने से अद्भुत फायदा होता है .
उम्र बढने पर पुरुषों को यह समस्या अवश्य ही आ सकती है . इसलिए बेहतर है, कि नियमित रूप से कपालभाति प्राणायाम करते रहें , और इस बीमारी से बचे रहें .
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