भृंगराज ; बिच्छू काट ले तो इसके पत्तों के काटे हुए हिस्से पर मल लें ।
सफ़ेद प्याज (white onion) ; ज़हरीले कीड़े ने काट लिया है तो प्याज काटकर और उसपर सेंधा नमक लगाकर रगड़ें । बिच्छू ने काटा है तो इसमें चूना भी मिला दें फिर रगड़ें । इसकी पोटली बांधकर टांग दें तो बरसाती कीड़े नहीं आते ।
पीपल (sacred fig) ; गाँवों में सांप के काटने पर वैद्य एक गोपनीय प्रयोग करते थे । मरीज़ के दोनों कानों में पीपल का एक एक पत्ता एक साथ डालते थे । कुछ क्षण में खिंचाव सा महसूस होने पर पत्ते बदल देते थे । इस तरह 40 या उससे भी अधिक पत्ते काम में लाते थे । फिर इन पत्तों को मिटटी में दबा दिया जाता था । कहते हैं; ये पत्ते सांप का जहर सोख लेते थे और मरीज़ ठीक हो जाता था ।
धतूरा (prickly poppy) ; इसके बीज का तेल सांप के काटने पर और अन्य जतुओं के काटने पर इस्तेमाल होता है ।
भाँग (cannabis ) ; अगर कोई कीड़ा काट गया है, तो इसके पत्तों के काढ़े में सेंधा नमक मिलाकर उस जगह को अच्छे धोएं और उस पर डालते रहें ।
अग्निशिखा ; सांप के काटने पर, कटे हुए स्थान पर, इसके कन्द के चूर्ण को बुरक दें ।
पलाश (flame of the forest ) ; इसकी छाल का काढ़ा विषनाशक है ; किसी ने तो यहाँ तक कहा कि यह सर्पविष का भी इलाज है |
शीशम ; इसके पत्ते विष को भी समाप्त करते हैं . अगर कोई जहरीला कीड़ा काटने से सूजन हो या वैसे ही कहीं पर सूज गया हो तो , इसके पत्ते और नीम के पत्ते उबालकर उस पानी में नमक डालें और सिकाई करें ।
कदम्ब ; इसके फलों के छाया में सूखे हुए टुकड़ों का पावडर सवेरे शाम खाने से अगर कोई कीड़ा मकोड़ा लड़ जाए तो उसका ज़हर उतर जाता है।
सफ़ेद प्याज (white onion) ; ज़हरीले कीड़े ने काट लिया है तो प्याज काटकर और उसपर सेंधा नमक लगाकर रगड़ें । बिच्छू ने काटा है तो इसमें चूना भी मिला दें फिर रगड़ें । इसकी पोटली बांधकर टांग दें तो बरसाती कीड़े नहीं आते ।
पीपल (sacred fig) ; गाँवों में सांप के काटने पर वैद्य एक गोपनीय प्रयोग करते थे । मरीज़ के दोनों कानों में पीपल का एक एक पत्ता एक साथ डालते थे । कुछ क्षण में खिंचाव सा महसूस होने पर पत्ते बदल देते थे । इस तरह 40 या उससे भी अधिक पत्ते काम में लाते थे । फिर इन पत्तों को मिटटी में दबा दिया जाता था । कहते हैं; ये पत्ते सांप का जहर सोख लेते थे और मरीज़ ठीक हो जाता था ।
धतूरा (prickly poppy) ; इसके बीज का तेल सांप के काटने पर और अन्य जतुओं के काटने पर इस्तेमाल होता है ।
भाँग (cannabis ) ; अगर कोई कीड़ा काट गया है, तो इसके पत्तों के काढ़े में सेंधा नमक मिलाकर उस जगह को अच्छे धोएं और उस पर डालते रहें ।
अग्निशिखा ; सांप के काटने पर, कटे हुए स्थान पर, इसके कन्द के चूर्ण को बुरक दें ।
पलाश (flame of the forest ) ; इसकी छाल का काढ़ा विषनाशक है ; किसी ने तो यहाँ तक कहा कि यह सर्पविष का भी इलाज है |
शीशम ; इसके पत्ते विष को भी समाप्त करते हैं . अगर कोई जहरीला कीड़ा काटने से सूजन हो या वैसे ही कहीं पर सूज गया हो तो , इसके पत्ते और नीम के पत्ते उबालकर उस पानी में नमक डालें और सिकाई करें ।
कदम्ब ; इसके फलों के छाया में सूखे हुए टुकड़ों का पावडर सवेरे शाम खाने से अगर कोई कीड़ा मकोड़ा लड़ जाए तो उसका ज़हर उतर जाता है।
No comments:
Post a Comment