Monday, January 12, 2015

insect bite

 भृंगराज   ;      बिच्छू काट ले तो इसके पत्तों के काटे हुए हिस्से पर मल लें ।  

सफ़ेद प्याज (white onion) ; ज़हरीले कीड़े ने काट लिया है तो प्याज काटकर और उसपर सेंधा नमक लगाकर रगड़ें ।  बिच्छू ने काटा है तो इसमें चूना भी मिला दें फिर रगड़ें ।  इसकी पोटली बांधकर टांग दें तो बरसाती कीड़े नहीं आते ।   

पीपल (sacred fig) ;   गाँवों में सांप के काटने पर वैद्य एक गोपनीय प्रयोग करते थे ।  मरीज़  के दोनों कानों में पीपल का एक एक पत्ता एक साथ डालते थे ।  कुछ क्षण में खिंचाव सा महसूस होने पर पत्ते बदल देते थे ।  इस तरह 40 या उससे भी अधिक पत्ते काम में लाते थे । फिर इन पत्तों को मिटटी में दबा दिया जाता था । कहते हैं; ये पत्ते सांप का जहर सोख लेते थे और मरीज़ ठीक हो जाता था ।   

धतूरा (prickly poppy)  ;  इसके बीज का तेल सांप के काटने पर और अन्य जतुओं के काटने पर इस्तेमाल होता है ।  

भाँग (cannabis )  ;  अगर कोई कीड़ा काट गया है,  तो इसके पत्तों के काढ़े में सेंधा नमक मिलाकर उस जगह को अच्छे धोएं और उस पर डालते रहें ।   

अग्निशिखा  ;   सांप के काटने पर, कटे हुए स्थान पर,  इसके कन्द के चूर्ण को बुरक दें । 

पलाश (flame of the forest )  ;  इसकी छाल का काढ़ा विषनाशक है ; किसी ने तो यहाँ तक कहा कि यह सर्पविष का भी इलाज है |  


शीशम  ;   इसके पत्ते विष को भी समाप्त करते हैं . अगर कोई जहरीला कीड़ा काटने से सूजन हो या वैसे ही कहीं पर सूज गया हो तो , इसके पत्ते और नीम के पत्ते उबालकर उस पानी में नमक डालें और सिकाई करें ।  

कदम्ब  ;   इसके फलों के छाया में सूखे हुए टुकड़ों का पावडर सवेरे शाम खाने से अगर कोई कीड़ा मकोड़ा लड़ जाए तो उसका ज़हर उतर जाता है। 

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