गाजर का हलवा सर्दियों में सर्वाधिक प्रिय मिष्ठान्न होता है । गाजर का जूस और गाजर का मुरब्बा बहुत पौष्टिक माने जाते हैं । नियमित रूप से इन्हें लेने रहने से अनीमिया ठीक हो जाता है और खून की कमी नहीं होती । दूध में शहद मिलाकर गाजर के मुरब्बे के साथ सेवन करने से शरीर में शक्ति आती है ।
यह पित्तनाशक होता है । अगर भूख कम लगे तो इसका अचार खाने से भूख बढ़ती है । यूरोप के देशों में पीलिया होने पर गाजर का रस पिलाया जाता है । आँत में कीड़े हो जाएँ तो गाजर का रस पीएँ और इसकी सब्जी खाएँ । White Discharge की शिकायत हो तो गाजर के रस में आंवला और पुदीना मिलाकर सेवन करें ।
शरीर में सूजन हो या कहीं पर फोड़े हों तो गाजर के पत्ते पीसकर पुल्टिस बांधें । गाजर को उबालकर नमक मिलाकर पुल्टिस बाँधने से भी सूजन ठीक होती है । माइग्रेन या sinus की समस्या हो तो इसकी पत्तियों को सेककर उनका 4-4 बूँद रस नाक में डालें । कहीं पर शरीर जल जाए तो तुरंत गाजर काटकर और घिसकर लगाएं ।
Periods में दर्द होता हो या समय पर न आते हों तो नियमित रूप से गाजर की सब्जी खानी चाहिए । इससे हारमोन की सभी गडबडी दूर होती हैं । Delivery के बाद अजवायन और गाजर के बीजों का काढ़ा लिया जाए तो uterus की ठीक प्रकार शुद्धि होती है और infections नहीं होते ।
पेट में अफ़ारा हो तो अजवायन ,जीरा और गाजर के बीज मिलाकर लिया जा सकता है । किडनी की समस्या हो तो गाजर के बीज और धनिया मिलाकर सेवन करें ।
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