Sunday, February 10, 2013

स्तन में गाँठ

                  स्तन में गाँठ होना बहुत आम समस्या होती जा रही है । यह चिंता का विषय भी है । अगर 1-2 ग्राम हल्दी के पावडर को सवेरे खाली पेट प्रतिदिन ले लिया जाए तो हर प्रकार की गांठें घुलनी प्रारम्भ हो जाती हैं । काचनार गुग्गल का प्रयोग भी गांठों को खत्म करने में सहायक है । कुछ पौधों का प्रयोग गाँठ पर लगाने के लिए किया जा सकता है । इससे गाँठ घुलनी शुरू हो जाती हैं :
~    अरंड           अरंड के पत्ते पर थोडा सा सरसों का तेल लगाकर , हल्का सा गर्म  करके स्तन पर नियमित रूप से बांधें । अरंड के तेल की मालिश करने से स्तन की गांठ भी घुलती हैं और स्तन में मुलायमी भी आती है जिससे गाँठ होने की सम्भावना कम हो जाती है । अरंड के पत्तों को उबालकर भी बाँध सकते हैं । अरंड के बीजों की गिरी को पीसकर उसका पेस्ट भी लगाया जा सकता है । अरंड के एक बड़े पत्ते को 200 ग्राम पानी में उबालकर, काढ़ा बनाकर, पीने से हार्मोन्स की गडबडी ठीक होती है, periods ठीक आते हैं ; इससे स्तन में गाँठ होने की सम्भावना भी कम हो जाती है । स्तन के nipple में crack हो या त्वचा फट जाए तो अरंड का तेल लगाना चाहिए । स्तन  कैंसर में  अरंड  के तेल  की मालिश करने से फायदा होता है ।  स्तन  की गाँठ पर इसका पत्ता बांधें  । एक पत्ता 200 ग्राम  पानी में उबालें जब  50 ग्राम बचे  तो पीयें ।  यह सवेरे खाली पेट लें ।  इससे स्तन कैंसर ठीक होता है । 
~   गेंदा              गेंदे के पौधे की पत्तियों को पीसकर , लुगदी बनाकर गाँठ पर नियमित रूप से बांधें ।
~   पुनर्नवा        पुनर्नवा (साठी )  की जड़ को घिसकर गाँठ पर लगाते रहें ।
~   सेमल           सेमल की जड़ की छाल को को पीसकर लगाएँ  या सेमल के तने पर उभरे मोटे कांटो को घिसकर लगाएँ ।
~  भुई आंवला      इसके पत्ते पीसकर, लुगदी बनाकर लगाएँ । स्तन में सूजन या गाँठ हो तो इसके पत्तों का पेस्ट लगा लें                                    पूरा आराम होगा । 
~  धतूरा              पत्ते को हल्का गर्म करके  बांधें ।
~ छुईमुई            केवल  जड़ घिसकर लगाएँ  या फिर ;
                           अश्वगंधा की जड़ +छुईमुई  की जड़ + छुईमुई की पत्तियां ,  इन सबको पीसकर स्तन की   गाँठ पर लगाएँ। इससे स्तन का ढीलापन भी ठीक हो जाता है और दर्द और सूजन में भी आराम आता है ।
~  शीशम           शीशम के पत्तों की लुगदी गाँठ पर लगाने से गाँठ घुलती है । इसके पत्तों को गर्म करके थोडा तेल मलकर बाँधने से गाँठ तो घुलती ही है साथ ही दर्द और सूजन हो तो उसमें भी आराम आता है ।
~  पत्थरचटा       इसके पत्ते पर सरसों का तेल मलकर, पत्ते को हल्का गर्म करके गाँठ पर बांधते रहें ।
~   धतूरा (prickly poppy)    स्तन में गांठ होने पर इसका पत्ता बाँध सकते हैं ।  

~   घृतकुमारी (aloe vera )  स्तन में गाँठ होने पर इसको एक तरफ से छीलकर गर्म करके बाँध लें । 
           
  इसके साथ ही प्राणायाम तो अवश्य ही करते  रहें ; विशेषकर कपालभाति प्राणायाम ।       

1 comment:

  1. बहुत ही काम की जानकारी है।

    ReplyDelete