Saturday, June 14, 2025

मॉक ड्रिल

  विद्यालय की असेंबली में घोषणा हो चुकी थी कि आज सायरन बजेगे और सभी को निर्देशानुसार मॉक ड्रिल का अभ्यास करना है। यह युद्ध के पहले का पूर्व अभ्यास था।

 सभी सभी विद्यार्थी पूरी तरह से तैयार थे। अचानक सायरन बज उठा। उस समय अध्यापिका कक्षा में पढ़ा रही थी। एकदम सभी विद्यार्थी कान में अंगुली लगाकर अपने अपने डेस्क के नीचे जा छिपे। एक अध्यापक इन बच्चों की फोटो खींच रहा था अंश बोला, "यार! जब युद्ध का सायरन बजेगा, तो क्या यह फोटो खींचेंगे?"

 दूसरा विद्यार्थी हंसने लगा। तभी अध्यापिका ने उन्हें डांट लगाई।  पार्थ ने कहा, "असली सायरन बजेगा तो क्या यह अध्यापिका इसी तरह कुर्सी पर बैठी रहेंगी?"

 वह धीरे-धीरे बोल रहा था और साथ बैठा रुद्रांश हंस रहा था।  वे दोनों कान में उंगली लगाए, चुपचाप एक दूसरे को देख कर हंस रहे थे। साथ में बैठा हुआ अंश तो इतना डर गया था कि उसने बस्ते के अंदर अपना मुंह छुपा कर ज़िप बंद कर ली थी।

 एक बच्चा दोनों डेस्कों की लाइनों के बीच में लेट गया था। पीटी टीचर ने उसे डांट लगाकर डेस्क के नीचे किया।  सभी बच्चे नीचे बैठे-बैठे बोर हो चुके थे; और मंद मंद मुस्कुरा रहे थे। रुद्रांश ने कहा, "यार पार्थ! बड़ी बोरियत हो रही है। तेरे पास कुछ है क्या?"

  पार्थ ने जेब से पॉपकॉर्न निकाले और वे दोनों चुपके-चुपके पॉपकॉर्न खाने लगे।  मॉक ड्रिल लंबी खिंच गई थी।  विराज  डेस्क के नीचे के नीचे झपकी ले रहा था। एक बच्चे ने अपने बैग में से सभी पुस्तक निकालकर इधर-उधर फेंक दी। उसने कहा कि हमला होने पर यह पुस्तक भी हमले में जल जाएगी और पढ़नी नहीं पड़ेगी। 

तभी मॉक ड्रिल समाप्ति की घंटी बज गई। अध्यापिका ने सभी बच्चों को कहा, "मॉक ड्रिल खत्म हो गई है। अब सभी बच्चे अपने-अपने डेस्क पर बैठ जाओ।"

 पार्थ और रुद्रांश गप्पे मारते हुए, पॉपकॉर्न खाने में इतने मग्न थे कि उन्हें कुछ सुनाई ही नहीं दिया। वे बड़े मज़े में डेस्क के नीचे बैठे, पॉपकॉर्न खाए जा रहे थे।  टीचर ने दोनों बच्चों को कान पकड़कर बाहर निकाला और खूब डांट लगाई। यह देखकर कक्षा के सभी बच्चों को बड़ा मजा आया। 

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