भोजन करने पहले कफ प्रबल होता है , इसीलिए भोजन से पहले आचमन का विधान है ।
भोजन करने से पहले 1 -2 घूँट पानी पी लेना चाहिए । चाहे अंजलि में लेकर पीएँ या गिलास से घूँट भरें । इससे गले की श्लेष्मा दूर होती है और पेट की जठराग्नि तीव्र होती है ; जिससे पाचन भली प्रकार होता है ।
खाने से पहले अधिक पानी न पीएँ ।
कोयले की जलती हुई आग में पानी के दो चार छींटे मारे जाएँ तो आग तेज़ होती है ; लेकिन आग में अधिक पानी डाल दें तो वह बुझ जाएगी । इसी प्रकार खाने से पहले अधिक पानी पीने से भूख मर जाती है । लेकिन पानी का आचमन करने से भूख बढ़ती है ।
भोजन करने से पहले 1 -2 घूँट पानी पी लेना चाहिए । चाहे अंजलि में लेकर पीएँ या गिलास से घूँट भरें । इससे गले की श्लेष्मा दूर होती है और पेट की जठराग्नि तीव्र होती है ; जिससे पाचन भली प्रकार होता है ।
खाने से पहले अधिक पानी न पीएँ ।
कोयले की जलती हुई आग में पानी के दो चार छींटे मारे जाएँ तो आग तेज़ होती है ; लेकिन आग में अधिक पानी डाल दें तो वह बुझ जाएगी । इसी प्रकार खाने से पहले अधिक पानी पीने से भूख मर जाती है । लेकिन पानी का आचमन करने से भूख बढ़ती है ।
आप के ब्लॉग की जितनी भी तारीफ की जाए कम है अगर आप हिंदी फिल्मे देखते है जुड़े हमारे पेज से जिसपे रोज 10000 लोग आते है http://www.guruofmovie.com
ReplyDeleteइतनी रोचक जानकारी इतने सरल शब्दों में सिर्फ आप ही दे सकते हैं. धन्यवाद. कृपया यह भी बताये कि क्यों भरता है दूल्हा दुल्हन की ,मांग में सिन्दूर ?
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