धनिया केवल रसोई का मसाला ही नहीं है; वरन एक अदभुत औषधि भी है।
एसिडिटी की समस्या है, तो 25 ग्राम धनिया ले लें और उसमें 100 ग्राम मिश्री मिलाकर पीस लें। इस पाउडर को सवेरे, दोपहर, शाम एक-एक चम्मच पानी के साथ ले लें। इससे एसिडिटी की समस्या तो हल होती ही है; साथ ही यूरिन भी खुलकर आता है। मिश्री न लेना चाहें, तब भी, अकेले धनिया से ही लाभ हो जाता है।
अगर सूखा धनिया न लेना चाहें, तो तीन-चार ग्राम धनिए के पाउडर को 500 मिलीग्राम पानी में मिलाकर थोड़ा उबलने दें और जब डेढ़ सौ मिलीग्राम पानी रह जाए तो उसे छान कर पी लें। इस काढे से एसिडिटी की समस्या तो हल होती ही है; साथ में ओवर ब्लीडिंग या ब्लीडिंग की समस्या भी हल हो जाती है।
गर्मी बहुत लग रही हो या बेचैनी हो रही हो; तब भी यह काढा अद्भुत लाभ करता है। अगर उल्टी की समस्या हो रही हो या जी मचल रहा है; तब भी इस काढे को लिया जा सकता है।
छोटे बच्चों को उल्टी आ रही है तो थोड़ा सा धनिया, मोटा कूट कर, पानी में तीन-चार घंटे के लिए भिगो दे। उसके बाद उसमें थोड़ी मिश्री मिलाकर, बच्चे को पिला दें। इससे बच्चों की, उल्टी की समस्या बिल्कुल ठीक हो जाती है।
गर्भावस्था में भी अगर उल्टी आती हो तो मोटा धनिया कूटकर 3 घंटे पानी में भिगोने के बाद उसे पानी को छान दें उसमें मिश्री मिलाकर पीलें।
दस्त लग गए हैं; या खूनी दस्त भी हो गए हैं, तब भी धनिए का यह पानी आराम लाता है।
सिर दर्द की समस्या है तो, धनिए के पत्ते और पाउडर मिलाकर पीस ले, और इसका माथे पर लेप कर लें। उससे सिर दर्द में आराम आता है।
अगर चेहरे पर झाइयां या पिंपल्स हो गए हैं; तो धनिये के पत्ते, धनिया का पाउडर और थोड़ी सी हल्दी मिला ले और इसके पेस्ट को चेहरे पर अच्छे से लगा लें। इससे चेहरे की झाइयां भी ठीक होती है। पिंपल्स की समस्या भी खत्म हो जाती है और चेहरे पर निखार आता है।
थायराइड की समस्या होने पर धनिया का पानी लेने से आराम आता है। इसे लगातार कुछ महीने लेने पर थायराइड की समस्या खत्म हो जाती है।
किडनी की समस्या होने पर धनिये का पानी लगातार लेते रहने से, किडनी के रोग ठीक हो जाते हैं।
तो, है न धनिया, एक अद्भुत औषधि!